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राज्य के मछुआरों को प्राकृतिक आपदा राहत – हिंदी में जानकारी

राज्य के मछुआरों को प्राकृतिक आपदा राहत – हिंदी में जानकारी

प्राकृतिक आपदाएं जैसे चक्रवात, बाढ़, समुद्री तूफान, सुनामी आदि अक्सर समुद्र तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मछुआरों की आजीविका को गहरी क्षति पहुँचाती हैं। इन स्थितियों से निपटने और मछुआरों की आर्थिक मदद करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई प्रकार की राहत योजनाएं संचालित करती हैं।


🌊 प्राकृतिक आपदा राहत का उद्देश्य

इसका उद्देश्य है:

  • आपदा से प्रभावित मछुआरों और उनके परिवारों को वित्तीय सहायता देना।
  • उनकी टूटी हुई नावें, जाल, मछली पकड़ने के उपकरण आदि के नुकसान की भरपाई करना।
  • जिन परिवारों में मछुआरों की मृत्यु हो जाती है, उन्हें मुआवजा प्रदान करना।

🧾 मुख्य राहत प्रावधान

  1. मृत्यु या पूर्ण विकलांगता पर सहायता:
    • ₹5,00,000 तक की एकमुश्त सहायता मछुआरे की मृत्यु या गंभीर विकलांगता की स्थिति में।
  2. मछली पकड़ने के उपकरणों के नुकसान की भरपाई:
    • नाव, जाल, मोटर आदि के नुकसान के लिए ₹10,000 से ₹2,00,000 तक की सहायता (राज्य के नियमों के अनुसार)।
  3. राहत शिविर एवं खाद्य सामग्री:
    • चक्रवात या बाढ़ के समय राहत शिविरों में अस्थायी निवास और भोजन की व्यवस्था।
  4. लीन सीजन या प्रतिबंधित मछली पकड़ने के दौरान सहायता:
    • प्रति मछुआरे ₹4,500 से ₹5,000 तक की सहायता, जब समुद्र में मछली पकड़ना अस्थायी रूप से प्रतिबंधित हो।

पात्रता

  • मछुआरा संबंधित राज्य में पंजीकृत होना चाहिए।
  • मछुआरे की उम्र 18 से 60 वर्ष होनी चाहिए।
  • आवेदक का नाम मत्स्य विभाग की पंजीकृत सूची में होना चाहिए।
  • आवेदक प्राकृतिक आपदा से प्रभावित होना चाहिए (स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापित)।

📄 जरूरी दस्तावेज

  • मछुआरे का पहचान पत्र (जैसे – आधार, वोटर आईडी)
  • मत्स्य विभाग द्वारा जारी मछुआरा पहचान पत्र या पंजीकरण प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • मृत्यु या विकलांगता प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
  • नुकसान का विवरण (जैसे नाव, जाल, उपकरण आदि की तस्वीरें या आकलन रिपोर्ट)

📝 आवेदन प्रक्रिया

  • आवेदक को नजदीकी मत्स्य पालन विभाग कार्यालय में आवेदन पत्र जमा करना होता है।
  • कुछ राज्यों में यह प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है (जैसे तमिलनाडु, केरल, ओडिशा)।
  • आवेदन जमा करने की समय सीमा सामान्यतः घटना के 6 महीने के भीतर होती है।

🌐 महत्वपूर्ण वेबसाइट्स


यदि आप किसी विशेष राज्य (जैसे तमिलनाडु, ओडिशा, आंध्र प्रदेश आदि) की प्राकृतिक आपदा राहत योजना के बारे में जानना चाहते हैं, तो कृपया उस राज्य का नाम बताएं।

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